बीती रात इंदौर, मध्य प्रदेश में ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक जीत का जश्न मना रहे लोगों के बीच अचानक हिंसा भड़क उठी। महू क्षेत्र में जामा मस्जिद के पास जश्न के दौरान दो गुटों में विवाद इतना बढ़ गया कि हालात बेकाबू हो गए। इसके चलते शनिवार सुबह इलाके में बंद जैसा माहौल देखने को मिला। तनाव के मद्देनजर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, जबकि शहर के कई इलाकों में हालात संवेदनशील बने हुए हैं।
जश्न के दौरान पथराव और हिंसा
शहर में भारतीय टीम की जीत का जश्न चरम पर था। लोग ढोल-नगाड़ों और आतिशबाजी के साथ सड़कों पर उतरे हुए थे। लेकिन जब एक जुलूस महू क्षेत्र में जामा मस्जिद के पास पहुंचा, तभी किसी बात को लेकर दो गुट आमने-सामने आ गए। बहस और गाली-गलौज के बाद अचानक पथराव शुरू हो गया।
मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, एक पक्ष ने जुलूस पर पत्थर फेंकना शुरू किया। इसके बाद दूसरे पक्ष ने भी जवाबी हमला किया। पथराव इतना उग्र हो गया कि कई लोग घायल हो गए। उग्र भीड़ ने वाहनों में तोड़फोड़ की और पेट्रोल बम तक फेंके गए। दो वाहन जला दिए गए और चार दुकानों में आग लगा दी गई।
कई इलाकों में फैला तनाव
जामा मस्जिद के पास हुई घटना के बाद हिंसा शहर के अन्य इलाकों में भी फैल गई। पट्टी बाजार, मार्केट चौक, मानक चौक, सब्जी मंडी, गफ्फार होटल और कनॉट रोड पर भी दो गुटों के बीच टकराव हुआ। यहां भी पथराव और तोड़फोड़ की खबरें आईं।
हालात बिगड़ते देख पुलिस बल मौके पर पहुंचा। एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी, एसडीपीओ दिलीप सिंह चौधरी समेत महू कोतवाली, किशनगंज, बड़गोंदा और अन्य थानों की पुलिस ने मोर्चा संभाला। पुलिस को भीड़ नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसके चलते कुछ देर के लिए स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
पुलिस ने संभाली कमान
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, हिंसा में शामिल उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया है।
फिलहाल, पूरे महू क्षेत्र और आस-पास के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है। कई जगहों पर अग्निशमन दल भी मौजूद हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा है।
निष्कर्ष
भारतीय टीम की जीत के जश्न का माहौल हिंसा में बदल जाना बेहद अफसोसजनक है। इंदौर जैसे शांतिपूर्ण शहर में ऐसी घटनाएं सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ सकती हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शांति भंग करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।