मुंबई, 25 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। नवी मुंबई के वाशी में 6 साल के बच्चे की मौत कार के एयरबैग के कारण चली गई। कार दुर्घटना के कारण एयरबैग अचानक खुल गया और झटका लगने से उसकी मौत हो गई। मृतक बच्चे का नाम हर्ष है। उसके पिता मावजी अरोठिया मंगलवार रात को अपने बच्चों को पानीपुरी खिलाने ले जा रहे थे। हर्ष ड्राइवर सीट के बगल वाली सीट पर बैठा था। वे वाशी के सेक्टर-28 में ब्लू डायमंड होटल जंक्शन के पास थे। उनकी कार के आगे एक SUV कार चल रही थी। तेज रफ्तार से चल रही SUV अचनाक डिवाइडर से टकराई। पीछे चल रही वैगनार कार (जिसमें हर्ष बैठा था) का बोनट SUV से टकराया। झटका लगने के कारण अचानक एयरबैग खुला और हर्ष गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टर ने कहा कि हर्ष के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे, उसकी मौत पॉलीट्रॉमा शॉक के कारण हुई है। पॉलीट्रामा शरीर में एक से अधिक स्थानों पर लगी अंदरूनी चोट को कहते हैं। इंटरनल इंजरी के कारण हर्ष की बॉडी में अंदर खून बहता रहा और हर्ष की मौत हो गई। पुलिस ने एक्सीडेंट को लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने SUV चला रहे शख्स के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही बाकी की जानकारी दी जाएगी। हादसे में मावजी और हर्ष के भाई-बहनों को भी मामूली चोटें आईं।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के मुताबिक, 13 साल से कम उम्र के बच्चों को हमेशा पिछली सीट पर ही बैठना चाहिए। दुर्घटना की स्थिति में पीछे की सीट आगे की सीट की तुलना में 70% अधिक सेफ होती है। इसके अलावा बच्चे को कभी भी फ्रंट एयर बैग वाली सीट पर नहीं बिठाना चाहिए। फ्रंट एयर बैग्स एडल्ट व्यक्ति के मुताबिक डिजाइन किए जाते हैं। अचानक उसके खुलने से बच्चे को गंभीर चोट लग सकती है या उसका दम घुट सकता है। एक्सपर्ट ने बताया कि लोगों को कार में चाइल्ड सीट जरूर लगवानी चाहिए। चाइल्ड सीट के बिना बच्चे के साथ ट्रैवल नहीं करना चाहिए। चाइल्ड सीट से दुर्घटना की स्थिति में बच्चे को अतिरिक्त सुरक्षा मिलती है।