मुंबई, 19 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मुंबई की एक महिला यात्री ने इंडिगो फ्लाइट में अपने साथ गलत व्यवहार का गंभीर आरोप लगाया है। सेफगोल्ड की को-फाउंडर रिया चटर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर लिखा कि यात्रा के दौरान जब वह टॉयलेट में थीं, तब को-पायलट ने अचानक दरवाजा खोल दिया और उन्हें देखता रहा। रिया के अनुसार, इस घटना ने उन्हें डरा दिया और वह खुद को असुरक्षित व अपमानित महसूस करने लगीं। रिया का कहना है कि महिला क्रू मेंबर ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और इसे सिर्फ असुविधा करार दिया। उन्होंने बताया कि क्रू ने समझाने की कोशिश की कि शायद को-पायलट ने कुछ नहीं देखा होगा। बाद में उनसे कहा गया कि वह कॉकपिट में जाकर कैप्टन और फर्स्ट ऑफिसर से मिलें, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई। उन्होंने लिखा कि टॉयलेट का दरवाजा लॉक करने के बाद भी लगातार खटखटाया गया। जब उन्होंने जवाब दिया तो कुछ देर बाद फिर से दस्तक हुई और उनके बोलने से पहले ही दरवाजा जबरदस्ती खोल दिया गया। उस वक्त एक पुरुष क्रू मेंबर उन्हें बेहद असहज स्थिति में देख रहा था। रिया ने कहा कि उस व्यक्ति ने केवल “ओह” कहा और दरवाजा बंद कर दिया।
मामले पर इंडिगो ने बयान जारी कर कहा कि यह अनजाने में हुई गलती थी और इसके लिए कंपनी खेद प्रकट करती है। एयरलाइन ने बताया कि सभी क्रू को काउंसल किया गया है और ट्रेनिंग को और मजबूत किया जा रहा है ताकि इस तरह की घटना दोबारा न हो। रिया का कहना है कि घर लौटने के बाद उन्होंने कंपनी और उसके सीईओ को मेल किया, लेकिन एयरलाइन ने सिर्फ माफी और कुछ वाउचर ऑफर कर दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इंडिगो ने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया और केवल औपचारिकता पूरी की। रिया ने अपनी पोस्ट में लिखा कि उनका उद्देश्य इंडिगो पर निशाना साधना नहीं है, बल्कि महिलाओं और परिवारों को सतर्क करना है कि फ्लाइट की सुरक्षा केवल कंपनी पर नहीं, बल्कि यात्रियों की अपनी सावधानी पर निर्भर करती है।