मुंबई, 10 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। फिरोजपुर में भारत-पाकिस्तान सरहद के नजदीक जून महीने में पकड़ी गई उज्बेकिस्तानी महिला टंगियारोवा को रिहा कर दिया गया है। उसे जिला कानूनी सेवाएं अथॉरिटी फिरोजपुर की ओर से सरकारी खर्चे पर उसके देश भेजा जा रहा है । ये जानकारी जिला एवं सेशन जज फिरोजपुर कम चेयरमैन जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी वीर इंद्र अग्रवाल ने दी। इस अवसर पर जिला कानूनी समय अथॉरिटी की सचिव एकता उप्पल (चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट) और केंद्रीय जेल फिरोजपुर के सुपरडेंट भी मौजूद थे। वहीं, जिला एवं सेशन जज ने बताया कि जब इस महिला को हिरासत लिया गया, तब इससे उज़्बेकिस्तानी पासपोर्ट और एक पहचान-पत्र बरामद हुआ था। यह महिला भारत पाक सरहद पर स्थित गांव गटी राजोके में घूम रही थी। जिसे बीएसएफ द्वारा पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया था।
वहीं, इस मामले मे गंभीरता के साथ की गई जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि इस महिला के 3 बच्चे हैं। जो बीमार है। उनमें से एक बच्चे की सर्जरी होनी थी और इसे पता चला था कि भारत में जाकर इसे काम मिल सकता है। जिससे वह पैसे कमा कर अपने बच्चे का इलाज करवा सकती है। फिर कुछ लोगों ने इसके कागजात रख लिए और इसे पाकिस्तान में जाकर काम करने के लिए गुमराह किया। उनके बहकावे में आकर यह उज्बेकिस्तान की महिला पाकिस्तान में घुसपैठ करने का प्रयास कर रही थी। जिस को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा जांच पड़ताल करने के बाद इसके खिलाफ दर्ज किया गया मुकदमा रद्द कर दिया गया है, जिसे अदालत द्वारा भी रद्द करने की मंजूरी दे दी गई थी और आज इस औरत को रिहा करके इसके देश वापस इसके देश भेज दिया जाएगा। वहीं, जिला एवं सेशन जज ने बताया कि इस महिला के हालातों को देखते हुए जिला कानूनी सेवाएं अथॉरिटी फिरोजपुर ने उज्बेकिस्तान की सरकार के साथ संपर्क किया और इस महिला संबंधी जानकारी दी और उधर की सरकार द्वारा कागजात भेजने के बाद इसको वापस इसके घर भेजा जा रहा है।