मुंबई, 02 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राजकोट में इंटेलेक्चुअल्स के बीच कहा की उन्हें उम्मीद है, की भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य बन सकता है। इसके लिए हमें मेहनत करनी पड़ेगी। पूरी दुनिया का रुख इस वक्त भारत के पक्ष में है। अभी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिका, चीन, फ्रांस, रूस और यूके स्थायी सदस्य हैं। जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की स्थापना करीब 80 साल पहले 1945 में हुई थी। इन पांचों देशों ने ही आपस में तय कर लिया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कौन स्थायी सदस्य होगा। आज संयुक्त राष्ट्र में 193 देश हैं, लेकिन पांचों स्थायी सदस्य बाकियों को कमतर समझते हैं।
विदेश मंत्री ने ये भी कहा कि इन पांच देशों ने ही सारा कंट्रोल अपने पास रखा है। आश्चर्य ये है कि आपको इनसे ही किसी बदलाव के लिए पूछना पड़ता है। कुछ सहमत होते है, कुछ ईमानदारी से अपना पक्ष बता देते हैं, जबकि कुछ पर्दे के पीछे से खेलते हैं। दुनियाभर में लोगों का मानना है कि संयुक्त राष्ट्र कमजोर हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन-रूस युद्ध को लेकर डेडलॉक बना हुआ है। गाजा को लेकर भी कोई सहमति नहीं बन पाई। अब इन्हीं सब परिस्थितियों में भारत को स्थायी सदस्यता मिलने के मौके बढ़ेंगे। भारत ने बीते 10 साल में सिद्ध कर दिया है कि लोकतंत्र में चीजें डिलीवर हो सकती हैं। दुनिया इस बात को लेकर चकित है भारत 7 प्रतिशत की विकास दर से बढ़ रहा है। कोविड के दौरान में भी ये कम नहीं हुई।