मुंबई, 19 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। महाराष्ट्र चुनाव को लेकर राजनीतिक विश्लेषण करने वाली संस्था लोकनीति-CSDS के सह निदेशक संजय कुमार विवादों में आ गए हैं। उन्होंने 17 अगस्त को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट साझा की थी, जिसमें दावा किया गया था कि लोकसभा चुनाव की तुलना में विधानसभा चुनाव में राज्य की दो सीटों पर मतदाताओं की संख्या में भारी गिरावट आई है। कांग्रेस इन्हीं आंकड़ों को आधार बनाकर चुनाव आयोग पर वोट चोरी और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के आरोप लगा रही थी। हालांकि बाद में संजय कुमार ने इस पोस्ट को डिलीट कर दिया और अपनी गलती मानते हुए माफी मांगी। संजय कुमार ने लिखा कि उनकी टीम ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों के डेटा का गलत विश्लेषण किया था। उन्होंने कहा कि उनकी ओर से किसी तरह की गलत जानकारी फैलाने का कोई इरादा नहीं था और त्रुटि का एहसास होते ही पोस्ट हटा दी गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि 2024 के लोकसभा और विधानसभा आंकड़ों की तुलना में उनकी टीम से गड़बड़ी हुई।
दरअसल, अपनी पोस्ट में संजय कुमार ने दावा किया था कि रामटेक विधानसभा सीट पर लोकसभा चुनाव में चार लाख 66 हजार से अधिक मतदाता थे, जबकि विधानसभा चुनाव में यह संख्या घटकर दो लाख 86 हजार रह गई। इसी तरह, देवलाली सीट पर भी करीब एक लाख 68 हजार वोटरों की कमी का दावा किया गया था। इस मामले पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। पार्टी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने संजय कुमार और CSDS पर कांग्रेस के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह वही संस्था है जिस पर राहुल गांधी भरोसा करते हैं और बिना सत्यापन के कांग्रेस के नैरेटिव को मजबूत करने की कोशिश की गई। बीजेपी ने संजय कुमार की सफाई को खारिज कर दिया और इसे पक्षपातपूर्ण रवैया बताया।