मुंबई, 22 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पहलगाम आतंकी हमले के करीब दो महीने बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम से दो स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया है। जांच में यह बात सामने आई है कि इन दोनों आरोपियों ने उस हमले को अंजाम देने वाले तीन आतंकियों को जानबूझकर शरण दी थी। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के नाम परवेज अहमद जोठार और बशीर अहमद जोठार हैं। पूछताछ के दौरान दोनों ने स्वीकार किया कि जिन आतंकियों को उन्होंने पनाह दी थी, वे पाकिस्तानी नागरिक थे और प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से ताल्लुक रखते थे।
NIA ने बताया कि परवेज और बशीर ने इन आतंकियों को हमले से पहले हिल पार्क क्षेत्र की एक अस्थायी झोपड़ी में ठहराया था। उन्होंने आतंकियों को भोजन और अन्य जरूरी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई थीं। यह आतंकी हमला 22 अप्रैल को बायसरन घाटी में हुआ था, जो पहलगाम से करीब 6 किलोमीटर दूर है। इस हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी जबकि 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बताया गया है कि आतंकियों ने हमले के दौरान पर्यटकों को उनकी धार्मिक पहचान के आधार पर निशाना बनाया था। हमले के बाद पुलिस ने जांच के दौरान तीन आतंकियों की पहचान की थी। 24 अप्रैल को अनंतनाग पुलिस द्वारा जारी किए गए स्केच में जिन आतंकियों के नाम सामने आए, उनमें शामिल थे अनंतनाग निवासी आदिल हुसैन ठोकर, हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान और अली उर्फ तल्हा भाई। इनमें मूसा और अली पाकिस्तान के नागरिक बताए गए, जिनमें मूसा पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप का पूर्व कमांडो भी रह चुका है। इन तीनों आतंकियों पर 20-20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि जिन दो स्थानीय व्यक्तियों को NIA ने गिरफ्तार किया है, उन्होंने इन्हीं तीन आतंकियों की जानकारी दी है या फिर कुछ और नाम सामने आए हैं। इस आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 6 और 7 मई की रात एक बड़ा सैन्य ऑपरेशन चलाया, जिसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला किया। इस कार्रवाई में नौ आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया और 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई। मारे गए आतंकियों में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के दस करीबी रिश्तेदार और चार सहयोगी भी शामिल थे। भारत ने इस ऑपरेशन में कुल 24 मिसाइलें दागीं।