भारत देश अद्बुध चीजों से भरा है। हम लोग आज कल इंटरनेशनल ट्रिप के बारे में ज्यादा सोचते है लेकिन सच यही है की भारत में ऐसी कई चीजे है जिन्हे हमने देखा नहीं है और जो काफी सुन्दर और अद्भुत है। भारत की ख़ूबसूरती किसी देश से कम नहीं है। आज हम आपके लिए लेकर आये है मेघालय का एक जीवित जड़ सेतु जिसे डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है।
यह ब्रिज 50 मीटर लम्बा और 1.5 मीटर चौड़ा है। यह 300 से 500 साल पुराना है जो मेघालय की उमंशियांग नदी के ऊपर बना हुआ है । यह पुल देखने में इतना सुन्दर है की दूर दूर से लोग इसे देखने आते हैं।
अगर इसके इतिहास के बारे में बात करें तो इसे वहां रह रहे लोगों ने ही बनाया है। यहाँ पर भारतीय रबर ट्री की जड़ें लटकती रहती थी। लोगों ने इन जड़ो को सीधा करके उसे पुल का आकार दे दिया और 15 साल के बाद यह पुल लोगों का वजन सेहन करने लायक बना। इस पुल को डबल डेकर का आकार दिया गया यानी एक के ऊपर एक दूसरा पुल बनाया गाय। हैरानी वाली बात यह है की यह पुल सिर्फ और सिर्फ पेड़ो की जड़ो से बना है।
यह पुल एक समय में 50 लोगों तक का वजन संभाल सकता है। यह एक नदी के ऊपर बना है जहाँ तक पहुंचने के लिए पहले लोगों को 3500 - 3600 सीडिया उतरनी पड़ती है। यहाँ तक पहुंचना इतना आसान नहीं है और ट्रैक करके ही यहां पहुंचा जाता हैं।
इस ब्रिज पर जाते हुए यह ध्यान रखे कि आप अपने साथ ज्यादा वजन न ले जाए। इस ब्रिज पर हर कोई चल नहीं सकता। शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति को इसपर नहीं चलना चाहिए। आराम दायक और मजबूत जूते पहन कर ही इसपर चले।
इस पुल के आस पास काफी गेस्ट हाउस बना दिए गए है जिस से जो लोग टूरिस्ट तौर पर इसे देखने आते है वह यहां आकर आराम से रह सकते हैं।