नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर के एक युवक ने दुर्ग स्थित बीआईटी कॉलेज में पढ़ाई कर रही एक युवती से ऑनलाइन ट्रेडिंग गेम के नाम पर 36 लाख रुपए की ठगी कर ली। युवक ने बिटक्वॉइन ट्रेडिंग के जरिए ज्यादा मुनाफा मिलने का लालच देकर युवती को निवेश करने के लिए प्रेरित किया। लेकिन जब युवती को रिटर्न नहीं मिला, तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो कि सेंट्रल जीएसटी के एक अधिकारी का बेटा है।
दुर्ग की निवासी वैष्णवी नायर ने 16 अगस्त 2024 को सुपेला थाने में अपनी शिकायत दी। वैष्णवी ने पुलिस को बताया कि वह 2016 में बीआईटी दुर्ग में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात तन्मय विनोद कोहड़ से हुई, जो कि नागपुर का रहने वाला था। तन्मय ने उसे बिटक्वॉइन ऑनलाइन ट्रेडिंग के बारे में बताया और 7800 रुपए का निवेश करवा दिया। इसके बाद वैष्णवी को थोड़े समय में 6500 रुपए का प्रॉफिट भी मिला, जिसके बाद वह तन्मय की बातों में आ गई।
तन्मय ने फिर वैष्णवी से और अधिक निवेश करने के लिए कहा और उसे बड़ा मुनाफा मिलने का भरोसा दिलाया। इसके बाद वैष्णवी ने तन्मय के कहने पर कई किस्तों में लाखों रुपए का निवेश किया। उसने 73,051 रुपए, 5,10,362 रुपए और 30,31,299 रुपए की रकम भेज दी, लेकिन जब वैष्णवी ने रिटर्न की मांग की, तो तन्मय उसे टालता रहा। इससे परेशान होकर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
सुपेला थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आरोपी तन्मय को पकड़ने के लिए नागपुर रवाना हुई। पुलिस ने तन्मय को गिरफ्तार कर लिया, जो कि सेंट्रल जीएसटी में कार्यरत विनोद कोहड़ का बेटा है। तन्मय के पिता विनोद कोहड़ केंद्रीय जीएसटी में स्टेटिस्टिक्स विभाग में सुप्रीटेंडेंट के पद पर कार्यरत हैं, और इससे पहले वह कई प्रमुख शहरों में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात रह चुके थे।
पुलिस ने तन्मय को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य आरोपों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब तन्मय के अन्य ठगी के मामलों की जांच भी कर रही है।