भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ का चौथा मुकाबला मैनचेस्टर में खेला जा रहा है। सीरीज़ के इस निर्णायक मोड़ पर इंग्लैंड की टीम ने मजबूत स्थिति बना ली है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 7 विकेट पर 544 रन बना लिए थे और टीम इंडिया पर 186 रनों की मजबूत बढ़त भी हासिल कर ली थी।
इंग्लैंड की इस शानदार बल्लेबाज़ी के बीच भारतीय गेंदबाज़ पूरी तरह से बेअसर नजर आए। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और अक्षर पटेल जैसे प्रमुख गेंदबाज़ भी इंग्लिश बल्लेबाजों को रोकने में असफल रहे। ऐसे में अब एक बार फिर से यह सवाल जोर पकड़ रहा है कि आखिरकार कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में क्यों नहीं शामिल किया गया?
कुलदीप यादव को क्यों नहीं मिल रहा मौका?
कुलदीप यादव इस समय भारत के सबसे प्रभावशाली स्पिन गेंदबाज़ों में गिने जाते हैं। बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर के रूप में उनके पास ऐसी विविधता है जो इंग्लैंड जैसे विपक्ष के खिलाफ कारगर साबित हो सकती थी, खासकर जब भारतीय गेंदबाज विकेट लेने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
फिर भी चौथे टेस्ट में भी कुलदीप को बाहर ही बैठाया गया। इससे पहले सीरीज़ के तीनों टेस्ट में उन्हें मौका नहीं मिला था। ऐसे में क्रिकेट फैंस और पूर्व खिलाड़ी लगातार सोशल मीडिया पर उनकी प्लेइंग इलेवन में वापसी की मांग कर रहे हैं।
इस बीच भारतीय गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल ने कुलदीप को बाहर रखने की रणनीति को लेकर पहली बार खुलकर बात की है। मोर्केल ने कहा कि,
"कुलदीप शानदार गेंदबाज़ हैं, लेकिन टीम कॉम्बिनेशन और बल्लेबाज़ी की गहराई को देखते हुए उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल करना फिलहाल मुश्किल हो रहा है।"
बल्लेबाज़ी गहराई बनी चुनौती
मोर्केल ने साफ किया कि इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबलों में टीम को ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की जरूरत होती है। ऐसे में प्लेइंग इलेवन में एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ को रखना मजबूरी बन जाती है। अगर टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज़ लगातार रन बनाएंगे और टीम को मजबूत शुरुआत मिलेगी, तभी गेंदबाज़ी विकल्पों में विविधता लाई जा सकेगी।
उन्होंने कहा,
"कुलदीप को खिलाने का तरीका हम लगातार खोज रहे हैं, लेकिन जब तक टॉप-6 बल्लेबाज़ रन नहीं बनाएंगे, तब तक हमें अतिरिक्त बल्लेबाज़ी विकल्प रखना होगा।"
यह बयान यह भी दर्शाता है कि टीम मैनेजमेंट फुल बैलेंस की तलाश में है, जहां गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी दोनों में संतुलन बना रहे।
इंग्लैंड की मजबूत स्थिति
मैच की बात करें तो इंग्लैंड की टीम ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 544 रन बना लिए थे, जिसमें जो रूट का 150 रनों का शानदार योगदान रहा। कप्तान बेन स्टोक्स भी 77 रन बनाकर नाबाद हैं और अब इंग्लैंड 186 रनों की बढ़त के साथ बेहद मजबूत स्थिति में है।
वहीं, भारतीय गेंदबाज़ एक-एक विकेट के लिए संघर्ष करते नजर आए। यहां तक कि जसप्रीत बुमराह और सिराज जैसे अनुभवी गेंदबाज़ भी कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ सके।
क्या कुलदीप होंगे अगली पसंद?
टीम इंडिया की गेंदबाज़ी की स्थिति को देखते हुए यह सवाल प्रासंगिक हो गया है कि क्या अगले टेस्ट में कुलदीप यादव को मौका मिलेगा? सीरीज का यह दौर बेहद निर्णायक है, और अगर टीम इंडिया को वापसी करनी है तो गेंदबाज़ी में कुछ नयापन लाना होगा। कुलदीप का रिकॉर्ड विदेशी पिचों पर अच्छा रहा है, खासकर तब जब टर्निंग ट्रैक या पुरानी गेंद से स्पिन को मदद मिलती है।
उनकी गेंदबाज़ी में जो विविधता है – गूगली, फ्लिपर, और फ्लाइट का संयोजन – वह इंग्लैंड के बैटिंग लाइनअप को परेशान कर सकता है।
निष्कर्ष
फिलहाल चौथे टेस्ट में टीम इंडिया दबाव में है और इंग्लैंड ने मुकाबले पर पकड़ मजबूत कर ली है। टीम की कमजोर गेंदबाज़ी को देखते हुए फैंस के साथ-साथ क्रिकेट विश्लेषक भी यही मांग कर रहे हैं कि अब अगली रणनीति में बदलाव किया जाए। क्या कुलदीप यादव को अगली बार मौका मिलेगा? यह कप्तान और कोचिंग स्टाफ की सोच पर निर्भर करेगा, लेकिन एक बात तय है — अगर भारत को यह सीरीज़ जीतनी है, तो गेंदबाज़ी में नया विकल्प लाना अब ज़रूरी हो गया है।