अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को एक कैबिनेट बैठक में अपना यह दावा एक बार फिर दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष रुकवाने में निर्णायक भूमिका निभाई थी। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्होंने कुल आठ युद्ध खत्म करवाए हैं और इस उपलब्धि के लिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जाना चाहिए।
रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, "हमने आठ युद्ध खत्म करवाए और अब हम एक और युद्ध खत्म करवाने जा रहे हैं।"
उन्होंने नोबेल पुरस्कार को लेकर अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि हर बार जब वह कोई युद्ध खत्म करवाते हैं, तो यह बात होती है कि उन्हें नोबेल पुरस्कार मिलेगा।
"हर बार जब मैं कोई युद्ध खत्म करवाता हूं, तो वे कहते हैं, अगर राष्ट्रपति ट्रंप उस युद्ध को खत्म कर देते हैं, तो उन्हें नोबेल पुरस्कार मिलेगा। और अगर मैं उस युद्ध को खत्म करवा देता हूं, तो वे कहते हैं, ठीक है, उन्हें इस युद्ध के लिए तो नहीं मिलेगा, लेकिन अगर उन्होंने अगला युद्ध रुकवाया, तो उसके लिए उन्हें जरूर (पुरस्कार) मिलेगा।"
🇮🇳🇵🇰 "मुझे हर युद्ध के लिए नोबेल मिलना चाहिए"
ट्रंप ने अपने दावे को और मजबूत करते हुए कहा कि अब लोग कह रहे हैं कि अगर वह रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करवाने में सफल होते हैं, तो उन्हें नोबेल पुरस्कार मिलेगा। इस पर उन्होंने पलटवार किया:
"बाकी आठ युद्धों का क्या? भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष सहित उन सभी युद्धों के बारे में सोचिए, जिन्हें मैंने रुकवाया। मुझे हर युद्ध के लिए नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए, लेकिन मैं लालची नहीं बनना चाहता।"
अमेरिकी राष्ट्रपति ने जोर दिया कि उन्हें पुरस्कार की चिंता से अधिक इन संघर्षों में मारे जा रहे लोगों की अधिक चिंता है। उन्होंने वेनेजुएला की कार्यकर्ता मारिया कोरिना मचाडो पेरिस्का का भी जिक्र किया, जिन्होंने कथित तौर पर कहा था कि ट्रंप नोबेल पुरस्कार के हकदार हैं।
भारत-पाक संघर्ष पर ट्रंप का बार-बार दावा
डोनाल्ड ट्रंप 10 मई को सोशल मीडिया पर घोषणा कर चुके थे कि भारत और पाकिस्तान, अमेरिका की मध्यस्थता में हुई घंटों लंबी बातचीत के बाद सैन्य संघर्ष को पूरी तरह से और तत्काल खत्म करने पर सहमत हो गए हैं।
ट्रंप अपने इस दावे को कम से कम 60 बार दोहरा चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष रुकवाने में मदद की। हालांकि, भारत ने किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप से लगातार इनकार किया है।
यह संघर्ष 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद शुरू हुआ था, जिसके जवाब में भारत ने सात मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसके तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में कई आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। इसके बाद दोनों पक्षों में सैन्य संघर्ष छिड़ गया था।
इमरान खान से मुलाकात के बाद उनकी बहन के बयान से शुरू हुए राजनीतिक विवाद के बीच, ट्रंप का यह बार-बार दोहराया गया दावा अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और भारत-पाक संबंधों में उनकी कथित भूमिका पर ध्यान आकर्षित करता है।