देश में एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ने वाला है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में कई राज्यों में आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश होने के आसार हैं, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल सकती है। इसके अलावा, पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर भी देखने को मिलेगा, जिससे तापमान में कमी आएगी। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर IMD ने विशेष अलर्ट जारी किया है।
पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर
जहां एक ओर उत्तरी ईरान और उसके आसपास एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है, वहीं दूसरी ओर दक्षिण पंजाब पर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन स्थित है। इसके प्रभाव से हवाओं की स्पीड 50-60 किमी से लेकर 70 किमी प्रति घंटे तक बढ़ने का अनुमान है। साथ ही आंधी-तूफान और गरज-बिजली के साथ बारिश की भी संभावना जताई जा रही है। इस मौसम के बदलाव से तापमान में गिरावट आएगी, जिससे गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिल सकती है।
IMD का अलर्ट और आगामी मौसम की स्थिति
भारत के विभिन्न हिस्सों में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। जम्मू कश्मीर, लद्दाख में 18 से 21 अप्रैल तक बारिश का अनुमान है। वहीं हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 18 से 20 अप्रैल तक तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। उत्तराखंड में 19 अप्रैल को ओलावृष्टि भी हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान में 18-19 अप्रैल को गरज के साथ धूल भरी आंधी चलने की संभावना है। इस दौरान हवाओं की स्पीड 30-40 किमी से बढ़कर 50 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। यूपी, हरियाणा, पंजाब में भी 19-20 अप्रैल को आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में मौसम में बदलाव
दिल्ली और आसपास के इलाकों में भी अगले दो दिनों में बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, इस दौरान तेज हवाएं और बरसात हो सकती है, जिससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है। इस मौसम परिवर्तन के बाद, राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत के कुछ इलाकों में तापमान में कमी आएगी।
आंधी-तूफान के साथ बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, एक एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तर प्रदेश के मध्य भाग में स्थित है, दूसरा उत्तर बांग्लादेश और उसके आसपास और तीसरा पूर्वोत्तर असम के ऊपर है। इन परिसंचरणों के प्रभाव से अगले पांच दिनों तक पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश हो सकती है। दक्षिण-पूर्व बिहार, उत्तर ओडिशा, पूर्वोत्तर झारखंड, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 18-19 अप्रैल को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। ओडिशा में ओलावृष्टि भी हो सकती है। अरुणाचल प्रदेश में 22 से 24 अप्रैल तक, असम-मेघालय में 19 और 22 से 24 अप्रैल तक भारी बारिश हो सकती है। साथ ही, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 18 अप्रैल को भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है।
तापमान में गिरावट और बदलाव
मौसम के इस बदलाव से तापमान में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन होगा। उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा, लेकिन अगले तीन दिनों में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। वहीं मध्य भारत में अगले 5 दिनों में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में तापमान 2-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।
राजस्थान के बीकानेर में 18 अप्रैल को अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पूरे देश में सबसे अधिक था। वहीं, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पंजाब, छत्तीसगढ़, ओडिशा और अन्य कई राज्यों में तापमान 38-42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
निष्कर्ष
इस समय मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है, और भारत के विभिन्न हिस्सों में आंधी-तूफान और बारिश के साथ तापमान में गिरावट आने की उम्मीद है। यह बदलाव गर्मी से राहत दिलाने में मददगार साबित होगा। लोगों को मौसम के इस बदलाव के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी जा रही है, ताकि वे मौसम के असर से बच सकें।