मुंबई, 23 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली एयरपोर्ट पर दो फ्लाइट्स की सीधी टक्कर होने से बच गई। ATC की चूक से विस्तारा एयरलाइंस की अहमदाबाद-दिल्ली फ्लाइट और दिल्ली-बागडोगरा फ्लाइट एक रनवे पर आ गई थीं। ATC अधिकारी ने जिस रनवे से एक फ्लाइट को पार्किंग के लिए भेजा था, उसी रनवे पर दूसरी फ्लाइट को टेकऑफ का निर्देश दे दिया। दोनों फ्लाइट में मिलाकर करीब 300 यात्री सवार थे। पहली फ्लाइट की महिला पायलट की सूझबूझ से इन यात्रियों की जान बची।
दरअसल, अहमदाबाद-दिल्ली फ्लाइट की रनवे नंबर 29L पर लैंडिंग हुई थी। ATC ने फ्लाइट को रनवे 29R से होते हुए पार्किंग में जाने का सिग्नल दिया। इसके बाद अहमदाबाद दिल्ली फ्लाइट संख्या VTI926 की महिला पायलट सोनू गिल (45) आगे बढ़ीं। इसी दौरान ATC अधिकारी ने दिल्ली बागडोदरा फ्लाइट संख्या UK725 को रनवे 29R से टेकऑफ के लिए कह दिया। पायलट सोनू गिल ने ATC अधिकारी को बताया कि वे इसी रनवे से पार्किंग के लिए विमान ले जा रही हैं।
इसके बाद ATC अधिकारी को अपनी गलती का एहसास हुआ और दिल्ली बागडोदरा फ्लाइट को टेकऑफ से रोका गया। जब तक ATC अधिकारी दूसरी फ्लाइट को टेकऑफ से रुकने का निर्देश दिया तब तक दोनों फ्लाइट के बीच सिर्फ 1.8 किमी की दूरी रह गई थी।
वहीं, सीनियर पायलट और सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन के फाउंडर कैप्टन अमित सिंह ने बताया कि आमतौर पर पैरेलल रनवे पर किसी फ्लाइट को तब तक टेकऑफ क्लीयरेंस जारी नहीं किया जाता जब तक कि दूसरी फ्लाइट रनवे पर उतरी न हो। हालांकि, किसी चूक के कारण ऐसी स्थिति आए तो लैंड करने वाली फ्लाइट को हवा में थोड़ी देर चक्कर लगाने लिए कहा जाता है। पैरेलल रनवे के बीच की दूरी बहुत कम होती है, जिससे एक समय में टेकऑफ या लैंडिग के समय दो फ्लाइट टकरा सकती है। साथ ही न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, DGCA ने इतनी बड़ी चूक के लिए जिम्मेदार ATC अधिकारी को काम से हटा दिया है। न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि अगर फ्लाइट को उड़ान भरने से नहीं रोका जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। नियमों के तहत, टेकऑफ या लैंडिंग के समय रनवे के आसपास भी किसी फ्लाइट को आवाजाही की अनुमति नहीं है।