वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को गंदा और बदबूदार खाना परोसे जाने का मामला सामने आया है. एक यात्री ने इसका वीडियो बनाकर रेलवे से इसकी शिकायत की, जिस पर आईआरसीटीसी ने कहा कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है. बताया जा रहा है कि यह वीडियो नई दिल्ली से वाराणसी की यात्रा के दौरान लिया गया है.
@indianrailway__ @AshwiniVaishnaw @VandeBharatExp Hi sir I am in journey with 22416 from NDLS to BSB. Food that was served now is smelling and very dirty food quality. Kindly refund my all the money.. These vendor are spoiling the brand name of Vande Bharat express . pic.twitter.com/QFPWYIkk2k
— Akash Keshari (@akash24188) January 6, 2024
यात्रियों ने रेलवे से रिफंड की मांग की है
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर आकाश केशरी नाम के यूजर ने भारतीय रेल और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को टैग करते हुए दावा किया कि वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों को खराब खाना परोसा गया. उन्होंने अपना वीडियो भी शेयर किया और अपने पैसे वापस मांगे. आकाश ने कहा कि ऐसे वेंडर वंदे भारत एक्सप्रेस का नाम खराब कर रहे हैं.
यात्रियों ने खाना वापस कर दिया
वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि वंदे भारत में सफर कर रहे यात्री रेलवे कर्मचारियों से खाना लेने के लिए कह रहे हैं. वहीं, एक यात्री को यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि सब्जियों से बदबू आ रही है. फलियाँ ख़राब हो गई हैं. 6 जनवरी को आकाश केशरी ने 'एक्स' पर वंदे भारत ट्रेन में खराब खाना मिलने को लेकर पोस्ट किया था, जिसे अब तक 26 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं. इस पोस्ट को 149 लोगों ने लाइक किया है और 117 लोगों ने रीपोस्ट किया है.
आईआरसीटीसी ने जिम्मेदार कर्मचारियों को हटाया
आकाश की पोस्ट पर आईआरसीटीसी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मामले को गंभीरता से लिया गया है. हम आपके असंतोषजनक अनुभव के लिए ईमानदारी से क्षमा चाहते हैं। सेवा प्रदाता पर उचित जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा जिम्मेदार सेवा प्रदाता कर्मचारियों को हटा दिया गया है और लाइसेंस धारकों को उचित निर्देश दिए गए हैं. ऑन-बोर्ड सेवाओं की निगरानी को मजबूत किया गया है।
'वंदे भारत ट्रेन दिखावा है'
आकाश की पोस्ट पर कई यूजर्स ने प्रतिक्रिया दी है. एक यूजर ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन वाकई एक घोटाला है. यह खाली वॉशरूम वाली मेट्रो ट्रेन का अपडेटेड मॉडल है। मैं 14 साल की उम्र से लगातार भारतीय रेलवे से यात्रा करता रहा हूं। राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस में आपको सबसे अच्छी सेवा मिलती है। ये लूट है और रफ़्तार बड़ा झूठ है.
'आईआरसीटीसी से प्रतिस्पर्धा जरूरी'
अन्य यूजर्स ने कहा कि आईआरसीटीसी से प्रतिस्पर्धा जरूरी है। सरकार को अन्य निजी कंपनियों को भी आईआरसीटीसी जैसी सेवा प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इसमें टिकटिंग सेवाएँ भी शामिल हैं।