नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां तीन लोगों ने नाबालिक बच्चे जीत युवराज सोनेकर का अपहरण किया और बाद में उसकी हत्या कर दी। हैरानी की बात यह है कि ये तीनों आरोपी बच्चे के पिता के ही दोस्त थे और बच्चे की तलाश का नाटक कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक, जीत 6वीं कक्षा का छात्र था। सोमवार सुबह वह स्कूल गया लेकिन शाम तक घर वापस नहीं लौटा। परिवार ने उसकी तलाश शुरू की और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस बीच बुधवार शाम एक बकरी चराने वाले ने जीत का शव सावनेर तहसील के चनकापुर की झाड़ियों में देखा। बच्चे के सिर और आंख पर चोट के निशान थे, जिससे हत्या की पुष्टि हुई।
जांच में पता चला कि हत्या के पीछे पैसे की लालच थी। राहुल पाल, यश वर्मा और अरुण भारतीय ने जीत का अपहरण कर उसके पिता से पांच लाख रुपये वसूलने की योजना बनाई थी। घटना को अंजाम देने के बाद वे बच्चे की तलाश का नाटक कर रहे थे। मृतक के पिता युवराज सोनेकर और मास्टरमाइंड राहुल पाल एक ही मोहल्ले में रहते थे और सालों से उनके अच्छे संबंध थे।
खुलासा होने के बाद खापरखेड़ा पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि 15 सितंबर को अपहरण करने के बाद आरोपी जगह-जगह घूमते रहे और अंततः कार में ही जीत की हत्या कर दी।