नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने एक फर्जी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की है। यह व्यक्ति अपने मृत पिता की डिग्री का इस्तेमाल कर लोगों का इलाज कर रहा था। महाराष्ट्र काउंसिल ऑफ इंडिया मेडिसिन को जब इस फर्जीवाड़े की शिकायत मिली, तो जांच के आदेश दिए गए। इसके बाद नागपुर महानगरपालिका और पुलिस की संयुक्त टीम ने क्लिनिक पर छापा मारा, जहां बड़ी मात्रा में दवाइयां, इंजेक्शन और सलाइन बरामद हुईं। जांच में पता चला कि आरोपी जैद अंसारी के पिता साजिद अंसारी, जो बीयूएमएस डॉक्टर थे, की डेढ़ साल पहले मृत्यु हो गई थी, लेकिन उनके नाम का बोर्ड लगाकर बेटा अवैध रूप से मरीजों का इलाज कर रहा था।
इस मामले में अज्ञात नागरिक की शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई की। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि क्लिनिक के बोर्ड पर न केवल पिता का नाम था, बल्कि आरोपी ने अपनी बहन की प्रोविजनल बीएएमएस डिग्री का भी गलत इस्तेमाल किया। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह अपनी बहन की अप्रेंटिसशिप के आधार पर इलाज कर रहा था, जबकि उसकी बहन कामठी में मेडिकल अप्रेंटिसशिप कर रही थी।
पुलिस ने फर्जी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। यह घटना मेडिकल फील्ड में फर्जीवाड़े की गंभीरता को दर्शाती है, जिससे न केवल मरीजों की जान खतरे में पड़ सकती थी, बल्कि यह पूरे चिकित्सा तंत्र के लिए भी एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। अब पुलिस और महानगरपालिका यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि आरोपी पर सख्त कार्रवाई हो और भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी को रोका जा सके।