नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर, जो कभी देश के सबसे सुरक्षित शहरों में गिना जाता था, अब अपराध की चपेट में आ चुका है। शहर में बढ़ते अपराधों ने नागरिकों में भय और असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है। हाल ही में एक हफ्ते के भीतर सात हत्याएं हुईं, जिनमें से तीन हत्याएं सिर्फ रविवार को ही हुईं। यह स्थिति शहर के कानून व्यवस्था और पुलिस की प्रभावशीलता पर गंभीर सवाल उठाती है।
रविवार को हुई तीन हत्याओं में से पहली घटना सक्करदारा थाना क्षेत्र में घटी, जहां एक व्यक्ति ने क्रिस्चन कब्रिस्तान के देखरेख करने वाले कर्मचारी को दिन दहाड़े चाकू मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद आरोपी को मौके पर ही पकड़ लिया गया और जनता ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
दूसरी हत्या तहसील थाना क्षेत्र के गांधी बाग गार्डन के पास हुई, जहां दो सगे भाइयों को उनके ही दूर के रिश्तेदार ने चाकू से वार कर मौत के घाट उतार दिया। इस हत्या का कारण व्यवसायिक लेन-देन का विवाद बताया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
पिछले कुछ दिनों में नागपुर में हुई इन घटनाओं ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और प्रशासन पर यह दबाव बढ़ता जा रहा है कि वे जल्द ही अपराधियों पर काबू पाएं और नागरिकों को सुरक्षा का एहसास दिलाएं।