नागपुर न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र एटीएस की नागपुर इकाई ने सोमवार को बताया कि देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने और आतंकी संगठनों का समर्थन करने के आरोप में एक छात्र कार्यकर्ता और सह-पत्रकार को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पर यूएपीए और भारतीय दंड संहिता के कड़े प्रावधानों के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस ने बताया कि उसकी ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी, खासकर डार्क वेब पर उसकी सक्रियता पर।
11 मई को आरोपी के केरल स्थित घर पर छापा मारा गया, जहां से पुलिस को कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण मिले। प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी डार्क वेब पर भड़काऊ टिप्पणियां और विचार साझा करता था। उसके पास से मिले उपकरण अब साइबर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे जाएंगे, जिससे उसकी पूरी ऑनलाइन गतिविधियों का विस्तृत विश्लेषण किया जाएगा।
डार्क वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है जो सामान्य सर्च इंजनों से एक्सेस नहीं होता और खास सॉफ्टवेयर की मदद से ही वहां जाया जा सकता है। यह क्षेत्र गुमनामी और गैरकानूनी कामों के लिए जाना जाता है। आरोपी की पुलिस हिरासत रविवार को दो और दिन बढ़ा दी गई है ताकि जांच पूरी हो सके।
पुलिस ने बताया कि आरोपी की ऑनलाइन गतिविधियों में उकसाने वाले कई पोस्ट शामिल थे। इनमें से एक पोस्ट में वह हथियार लिए हुए दिखा, जो नागपुर के एक राइफल दुकान पर जाने के बाद की तस्वीर थी। इसी आधार पर उस पर भारतीय दंड संहिता की कई धाराएं लगाई गईं, जिनमें युद्ध की तैयारी, दंगा भड़काने की मंशा, आपराधिक धमकी और अशांति फैलाने वाले बयान शामिल हैं। इसके साथ ही उस पर यूएपीए की सदस्यता और समर्थन से जुड़ी धाराएं भी लगाई गईं, और केस की जांच लोकल पुलिस से हटाकर एटीएस को सौंप दी गई है।