नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर में मोबाइल टॉवर चोरी की घटनाएं हुई हैं, जिससे शहर में हड़कंप मच गया है। चार से अधिक मोबाइल टॉवर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से चोरी हो गए हैं, जिनमें प्रताप नगर, धंतोली और नंदनवन थाने क्षेत्र शामिल हैं।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। घटनाओं को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है और पुलिस उन लोगों से पूछताछ कर रही है जिनकी जमीन पर टॉवर खड़े किए गए थे।
यह घटनाएं मोबाइल टॉवर चोरी की पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी मोबाइल टॉवर की बैटरियां चोरी होती रही हैं। लेकिन इस बार टॉवर खुद चोरी हो गए हैं, जिससे शहर में चिंता बढ़ गई है।
नागपुर में एक बड़ी चोरी की घटना में जी.टी.एल. कंपनी का 50 फीट ऊंचा मोबाइल टॉवर चोरी हो गया। कंपनी के अधिकारी रुपेश पांडे ने प्रगतिशील कॉलोनी वर्धा रोड पर जाकर देखा कि उनकी कंपनी का टॉवर और संबंधित सामग्री गायब थी।
चोरों ने भारी भरकम टॉवर को आसानी से चोरी कर लिया और लगभग साढ़े तीन लाख रुपये का माल ले उड़े। यह घटना शहर में चोरी की बढ़ती घटनाओं को दर्शाती है और पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।
नागपुर में मोबाइल टॉवर चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रताप नगर थाना क्षेत्र के भामटी में तलमले इस्टेट पर लगा टॉवर गायब हो गया। विनोद वाघाडे की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है, जिसमें लगभग 3.5 लाख रुपये का माल चोरी हुआ है। नंदनवन क्षेत्र से भी दो टॉवर चोरी हुए हैं और अन्य स्थानों पर भी घटनाएं हुई हैं। विवादास्पद स्थिति के कारण कुछ थानों में मामले दर्ज नहीं किए गए हैं। मामले की जांच जारी है।
नागपुर में निजी मोबाइल कंपनियों द्वारा शहर भर में लगाए गए मोबाइल टॉवरों की अनियमितता और लावारिस स्थिति के कारण चोरी की घटनाएं हो रही हैं। ये टॉवर 2018 से पहले और बाद में निजी इमारतों और खाली जगहों पर लगाए गए थे। कंपनियां टॉवरों की देख-रेख और मरम्मत का खर्च उठाती थीं, लेकिन कुछ कंपनियों के बंद होने और मर्जर के कारण टॉवर लावारिस हो गए।
इससे जमीन मालिकों को किराया मिलना बंद हो गया, जिससे विवाद और आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति उत्पन्न हुई। एयरटेल, एयरसेल और जी.टी.एल. जैसी कंपनियों के शामिल होने के बावजूद, टॉवरों की अनियमितता और लावारिस स्थिति ने चोरी की घटनाओं को बढ़ावा दिया है।