नागपुर न्यूज डेस्क: डेंगू और चिकनगुनिया के संक्रमण को रोकने के लिए मनपा प्रशासन की ओर से कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए हैं। पिछले साल फागिंग बंद होने से मलेरिया का प्रकोप बढ़ गया था, और इस साल डेंगू और चिकनगुनिया का संकट भी बढ़ता जा रहा है। अब स्वास्थ्य विभाग ने शहर में फिर से फागिंग और स्प्रे का काम शुरू किया है।
चिकनगुनिया और डेंगू के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए, मनपा आयुक्त ने कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है। फॉगिंग और कीटनाशक स्प्रे का जिम्मा घनकचरा व्यवस्थापन कक्ष को सौंपा गया है, जिसने 50 कर्मचारियों की तैनाती की है। 10 जीपीएस ट्रैकर लगे फॉगिंग वाहनों से अटल बिहारी वाजपेयी सिटी ऑपरेशन सेंटर से इस काम की निगरानी की जा रही है। इसके बावजूद मरीजों की संख्या में कोई कमी नहीं दिख रही है।
568 रक्त नमूनों की जांच: बुधवार तक आशा स्वयंसेविकाओं ने 14,59,138 नागरिकों और 3,56,776 घरों का सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। अब तक 45,770 जगहों पर जलजमाव पाया गया है, जिनमें 11360 कूलर, 10714 गमले, 2373 मटके, 1828 टायर, 5539 ड्रम, और 1813 बर्तनों में लार्वा मिला है। सर्वेक्षण में 13,953 बुखार के मरीजों की जानकारी मिली, जिनमें से 568 के रक्त नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। जनवरी से मई तक शहर में चिकुनगुनिया के मामले नहीं थे, लेकिन जून में अचानक संक्रमण बढ़ गया।