नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर से चंद्रपुर जा रही एक एसटी बस शुक्रवार की रात भीषण हादसे का शिकार हो गई। हादसा तब हुआ जब बस ने हाईवे पर खड़े एक वाहन को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में बस के कंडक्टर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चालक को गंभीर चोटें आई हैं। हादसे के समय बस में 6 से 7 यात्री सवार थे, जिनमें से कई घायल हुए हैं। बस नागपुर से छूटने के बाद अधिकतर यात्री नागपुर के ही थे।
धूलीवंदन के मौके पर दिनभर बसों का परिचालन बंद रखा गया था ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके। हालांकि, शाम को यात्रियों की भीड़ को देखते हुए कुछ बसों को रवाना किया गया था। रात 9 बजे नागपुर के गणेशपेठ बस स्टैंड से चंद्रपुर डिपो की एक बस निकली थी, जिसमें 7 यात्री सवार थे। रास्ते में पड़ोली के पास बस ने सड़क के किनारे खड़े एक वाहन को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया। हादसे में ड्राइवर के पैर बस के मलबे में फंस गए, जबकि कंडक्टर की मौके पर ही मौत हो गई। घायलों को तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एसटी बसों के लगातार हादसे का शिकार होने से यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एक समय था जब एसटी बसें सुरक्षित और सुविधाजनक मानी जाती थीं, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। यात्रियों की पहली पसंद होने के बावजूद, लगातार हो रही दुर्घटनाओं ने एसटी बसों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले एक साल में 50 से ज्यादा एसटी बसें हादसे का शिकार हो चुकी हैं, जिनमें कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
इस हादसे ने परिवहन विभाग की सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। यात्रियों का भरोसा एसटी बसों से उठता जा रहा है। अब जरूरत इस बात की है कि परिवहन विभाग बसों की नियमित जांच, रखरखाव और सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करे ताकि यात्रियों की जान से खिलवाड़ न हो। इस घटना के बाद परिवहन विभाग से एक बार फिर इस मामले में ठोस कदम उठाने की मांग उठ रही है।