नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर ज़िले के पिपला डाकबंगला गांव में सोमवार रात हुई एक हत्या ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। भारतीय जनता पार्टी से जुड़े ग्राम पंचायत सदस्य अतुल पाटिल की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उनकी उम्र 32 साल थी और वे गांव में काफी सक्रिय थे। धारदार हथियार से हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। मामले में शुरुआत में युवक हिमांशु कुंभलकर को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जिससे पाटिल का पैसों को लेकर विवाद बताया जा रहा है।
लेकिन इस घटना ने बड़ा राजनीतिक मोड़ तब ले लिया जब पुलिस ने गांव के सरपंच विष्णु कोकड़े को भी गिरफ्तार कर लिया। कोकड़े कांग्रेस के स्थानीय नेता हैं और पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष मुक्ता कोकड़े के पति हैं। इस गिरफ्तारी के बाद मामला केवल व्यक्तिगत विवाद तक सीमित नहीं रह गया, बल्कि सत्तारूढ़ दल और विपक्षी दल के बीच राजनीतिक तनाव की शक्ल लेने लगा है।
पुलिस अब इस बात की पड़ताल कर रही है कि हत्या की असली वजह सिर्फ पैसों का झगड़ा था या इसके पीछे कोई राजनीतिक दुश्मनी भी थी। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि अतुल पाटिल और सरपंच कोकड़े के बीच पहले भी कई बार तनातनी हो चुकी थी। यही कारण है कि अब जांच का दायरा और बढ़ा दिया गया है और हर पहलू को ध्यान में रखते हुए पुलिस छानबीन कर रही है।
इस हत्या के बाद पिपला डाकबंगला गांव में तनाव का माहौल है। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इस केस में आरोपी हिमांशु को 21 जून तक और विष्णु कोकड़े को 19 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। थानेदार अरविंद कुमार कटलाम और एपीआई प्रशांत पाटनकर यह पता लगाने में जुटे हैं कि इस अपराध में और कौन-कौन शामिल हो सकता है।