नागपुर न्यूज डेस्क: मई और जून में नागपुर जिले में आई बेमौसम बारिश और तेज आंधी-तूफान ने बिजली वितरण प्रणाली को काफी नुकसान पहुंचाया है। भारी बारिश के साथ गिरे पेड़, टूटे तार और झुके खंभों के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इस दौरान कई इलाकों में जलभराव की स्थिति भी बनी रही, जिससे बिजली आपूर्ति पूरी तरह प्रभावित हो गई। महावितरण के अनुसार, इस प्राकृतिक आपदा से करीब 9.6 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
बारिश और तूफान के कारण जिले में 562 हाई-वोल्टेज और 2,344 लो-वोल्टेज बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा, हाई-वोल्टेज ओवरहेड लाइनें करीब 38 किलोमीटर और लो-वोल्टेज लाइनें 205 किलोमीटर तक खराब हो गईं। सिर्फ यही नहीं, 4 वितरण बॉक्स, 9 वितरण प्वाइंट और 185 ट्रांसफार्मर भी बुरी तरह से प्रभावित हुए। दो सबस्टेशनों पर उपकरणों को नुकसान हुआ है और कई जगह मीटर व पाइपलाइनें भी टूट गई हैं।
महावितरण की टीमों को बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। लगातार बारिश और तूफान के बीच कर्मचारियों ने दिन-रात मेहनत कर प्रभावित इलाकों में बिजली की सप्लाई फिर से शुरू की। गांवों और शहरी इलाकों में जहां अंधेरा छा गया था, वहां टीमों ने जर्जर हो चुकी व्यवस्था को तेजी से दुरुस्त करने का प्रयास किया। इस मुश्किल घड़ी में उनकी तत्परता ने बड़ी राहत दी।
सबसे ज्यादा असर मौदा डिवीजन में देखा गया, जहां बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी। इस क्षेत्र में मरम्मत कार्य के लिए महावितरण को अतिरिक्त संसाधन और जनशक्ति लगानी पड़ी। हालांकि, समय रहते उठाए गए कदमों और कर्मचारियों की मेहनत से स्थिति पर काबू पाया जा सका, जिससे स्थानीय लोगों को काफी राहत मिली।