भारतीय महिला क्रिकेट टीम इन दिनों इंग्लैंड दौरे पर है, जहां वे 5 मैचों की टी20 सीरीज खेल रही हैं। अब तक इस सीरीज में 2 मैच खेले जा चुके हैं और दोनों ही मुकाबलों में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की है। खास बात यह है कि दोनों मैचों में टीम का प्रदर्शन संतुलित और दमदार रहा है। सीरीज का दूसरा मैच ब्रिस्टल में खेला गया, जहां भारत ने इंग्लैंड को 24 रनों से हराकर 2-0 की बढ़त हासिल कर ली। इस जीत की सबसे बड़ी हीरो रहीं 24 वर्षीय ऑलराउंडर अमनजोत कौर, जिन्होंने अपने बल्ले और गेंद दोनों से कमाल कर दिया।
अमनजोत कौर का ऐतिहासिक अर्धशतक
इस सीरीज के लिए पहली बार टीम में शामिल की गईं अमनजोत कौर ने जैसे ही मौका मिला, खुद को साबित कर दिया। ब्रिस्टल में खेले गए दूसरे टी20 मैच में उन्होंने 40 गेंदों में नाबाद 63 रन बनाए, जो उनके टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला अर्धशतक रहा। इस शानदार पारी में अमनजोत ने 9 चौके जड़े और आक्रामक अंदाज में इंग्लैंड के गेंदबाजों को संभलने का मौका नहीं दिया।
बल्लेबाजी के अलावा अमनजोत ने गेंदबाजी में भी अपनी उपयोगिता साबित की। उन्होंने 3 ओवर फेंकते हुए 28 रन दिए और एक महत्वपूर्ण विकेट भी लिया। उनके इस ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया, जो उनके आत्मविश्वास और कौशल का प्रमाण है।
टीम इंडिया की दमदार बल्लेबाजी
इस मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 181 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। जेमिमा रोड्रिग्स और अमनजोत कौर की साझेदारी सबसे महत्वपूर्ण रही। जेमिमा ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 63 रन की पारी खेली जिसमें 9 चौके और 1 छक्का शामिल था। इन दोनों की साझेदारी ने टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया।
हालांकि, अनुभवी बल्लेबाज स्मृति मंधाना इस मैच में कुछ खास नहीं कर सकीं और सिर्फ 13 रन बनाकर आउट हो गईं। लेकिन मिडिल ऑर्डर की मजबूत बैटिंग ने टीम को 181 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया।
इंग्लैंड की पारी और भारतीय गेंदबाजों का जवाब
181 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की महिला टीम शुरुआत में थोड़ी आक्रामक नजर आई, लेकिन भारतीय गेंदबाजों की सटीक लाइन और लेंथ के सामने वे टिक नहीं पाईं। इंग्लैंड ने 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 157 रन ही बना पाई और मुकाबला 24 रनों से हार गई।
इंग्लैंड की ओर से टैमी ब्यूमोंट ने सर्वाधिक 52 रन बनाए, लेकिन उन्हें किसी और बल्लेबाज का पर्याप्त साथ नहीं मिल पाया। भारत की तरफ से श्रीचरणी ने प्रभावशाली गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 28 रन देकर 2 विकेट झटके। उनके अलावा अन्य गेंदबाजों ने भी अच्छी लाइन-लेंथ बनाए रखी जिससे इंग्लैंड की बल्लेबाजी बिखरती गई।
सीरीज में अजेय बढ़त और मनोबल में उछाल
इस जीत के साथ भारत ने 5 मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। इस प्रदर्शन से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास निश्चित तौर पर बढ़ा है। खासकर नई खिलाड़ियों को मिल रहा मौका और उनके द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन यह साबित कर रहे हैं कि भारतीय महिला क्रिकेट में टैलेंट की कोई कमी नहीं है।
अमनजोत कौर, श्रीचरणी, जेमिमा रोड्रिग्स जैसी युवा खिलाड़ियों की परिपक्वता यह दिखा रही है कि भारत की महिला टीम अब हर विभाग में प्रतिस्पर्धी और मजबूत हो चुकी है।
क्या भारत क्लीन स्वीप कर पाएगा?
अब सभी की निगाहें तीसरे मुकाबले पर टिकी हैं जो सीरीज की दिशा तय करेगा। यदि भारत तीसरा मैच जीतता है तो वह सीरीज को जल्दी अपने नाम कर लेगा और क्लीन स्वीप की ओर कदम बढ़ा सकेगा। टीम की मौजूदा फॉर्म और संतुलित प्रदर्शन को देखते हुए भारत की राह आसान लग रही है, लेकिन इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को कभी हल्के में नहीं लिया जा सकता।
निष्कर्ष: युवा जोश और आत्मविश्वास से लबरेज है टीम इंडिया
इस सीरीज ने भारतीय महिला टीम के आत्मविश्वास को नई उड़ान दी है। शानदार बल्लेबाजी, सटीक गेंदबाजी और बेहतरीन फील्डिंग ने टीम को जीत दिलाई है। खास बात यह रही कि युवा खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी उठाई और टीम को नई ऊंचाई दी।
अमनजोत कौर का उदय इस बात का संकेत है कि भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल है। यदि टीम इसी तरह सामूहिक प्रदर्शन करती रही, तो आने वाले महीनों में वह दुनिया की सबसे मजबूत महिला टीमों में से एक बनकर उभरेगी।
अब देखना यह है कि क्या भारत तीसरे मैच में ही सीरीज अपने नाम करेगा, या इंग्लैंड वापसी की कोशिश करेगा। लेकिन एक बात तय है — भारतीय महिला क्रिकेट की लहर अब थमने वाली नहीं है।