अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाटो (NATO) के रक्षा खर्च लक्ष्यों का पालन न करने के लिए स्पेन पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। ट्रंप ने स्पेन पर 'अनादरपूर्ण' होने और गठबंधन का 'अपमान' करने का आरोप लगाते हुए, उसे दंडित करने और उस पर भारी टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है। राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि स्पेन अब नाटो के प्रति 'वफादार नहीं' रहा है। ट्रंप की यह नाराजगी जून 2025 में हुए नाटो शिखर सम्मेलन में निर्धारित एक लक्ष्य से उपजी है, जिसमें सभी सदस्य देशों से अपने सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का $5\%$ हिस्सा रक्षा पर खर्च करने की मांग की गई थी।
स्पेन का कम रक्षा खर्च बना विवाद का केंद्र
राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पेन की आलोचना करते हुए कहा कि नाटो के अन्य सदस्य देशों ने इस मांग को 'पिता के आज्ञाकारी' बच्चों की तरह मान लिया, लेकिन स्पेन अकेला ऐसा देश है जिसने अपने सैन्य खर्च में अपेक्षित वृद्धि नहीं की। उन्होंने कहा कि स्पेन का वर्तमान रक्षा खर्च उसके जीडीपी के $1.2\%$ हिस्से से भी कम है, जो किसी भी सदस्य देश द्वारा खर्च की जाने वाली सबसे कम राशि है। ट्रंप ने स्पेन के इसी रवैये को 'असम्मानजनक' बताया और कहा कि इस 'अनादर' के लिए उसे फटकार लगनी चाहिए। नाटो ने यह लक्ष्य निर्धारित किया था कि सदस्य देश $2035$ तक अपने सकल घरेलू उत्पाद का $5\%$ रक्षा खर्च के लिए समर्पित करें, जिसमें $3.5\%$ कोर सैन्य खर्च और $1.5\%$ अन्य निवेश के लिए आवंटित किए जाएंगे। ट्रंप ने कहा कि स्पेन ने इस आदेश को मानने से इनकार कर दिया है।
ट्रंप का कड़ा रुख और दंड की चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया कि स्पेन के इस रुख को नाटो के आदेशों के प्रति 'असम्मानजनक' माना जाता है। उन्होंने अन्य देशों की प्रशंसा की, जिन्होंने सैन्य खर्च को $5\%$ तक बढ़ाने की बात मानी है, लेकिन स्पेन ने गठबंधन की बात नहीं मानी। हालांकि, स्पेन ने दावा किया है कि वह अपनी शांति बनाए रखने की प्रतिबद्धताओं पर कायम है और निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने का इरादा रखता है, लेकिन ट्रंप का रुख काफी कड़ा बना हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि स्पेन अपने सैन्य खर्च में वृद्धि नहीं करता है तो उसे 'ज्यादा टैरिफ' लगाकर दंडित किया जाएगा। यह विवाद नाटो सदस्यों के बीच आंतरिक खर्च और प्रतिबद्धता पर गहरे मतभेदों को उजागर करता है।