नागपुर न्यूज डेस्क: जिले में शुक्रवार को इनकम टैक्स की इंटेलिजेंस एंड क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन सब रजिस्ट्रार ऑफिसों पर छापा मारा। कलमेश्वर, कामठी और भिवापुर स्थित इन दफ्तरों पर आरोप है कि 30 लाख रुपये या उससे अधिक की संपत्ति खरीद-बिक्री के सौदों की जानकारी समय पर इनकम टैक्स विभाग को नहीं दी जा रही थी। टीम ने पहुंचते ही सभी दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी।
नियमों के अनुसार, इतनी बड़ी संपत्ति से जुड़े लेन-देन की जानकारी हर साल 31 मई तक ऑनलाइन भेजना अनिवार्य है। लेकिन विभाग के कई बार नोटिस भेजने के बावजूद सब रजिस्ट्रार ऑफिसों की ओर से जानकारी देने में लगातार देरी की जा रही थी। देर रात तक चली जांच में टीम ने कई फाइलें खंगालीं, और चर्चा है कि लगभग 500 करोड़ रुपये के सौदों की जानकारी छिपाई गई हो सकती है।
संपत्ति खरीदते समय भुगतान ऑनलाइन, चेक और नकद—तीनों तरीकों से होता है। जहां ऑनलाइन और चेक ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड आसानी से मिल जाता है, वहीं नकद भुगतान कई बार जांच से बच जाता है। इसी समस्या को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में आदेश दिया है कि नकद में किए गए 2 लाख रुपये तक के लेन-देन की जानकारी भी सब रजिस्ट्रार ऑफिस द्वारा इनकम टैक्स को देना अनिवार्य है।
विदर्भ क्षेत्र में कुल 119 सब रजिस्ट्रार ऑफिस हैं, जिनमें से अब तक करीब एक तिहाई पर इनकम टैक्स विभाग छापेमारी कर चुका है। लगातार चल रही कार्रवाई से सभी एसआरओ में हड़कंप का माहौल है, और विभाग अब आगे भी ऐसे मामलों पर सख्ती से निगरानी रखने की तैयारी में है।