नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर में बंटी और उसके भाई जयेश ने खुद को साहू समाज के संगठन का अध्यक्ष और सचिव बताकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और करोड़ों की जमीन हड़पने की कोशिश की। उनके इस कदम से समाज में भी रोष फैल गया। सदर पुलिस ने रविवार को दोनों में से बंटी को गिरफ्तार किया और वह फिलहाल पुलिस हिरासत में है।
दोनों ने साहू समाज हेल्थ एजुकेशन सोसाइटी के नाम पर नकली दस्तावेज बनाए। इसमें बंटी को अध्यक्ष और जयेश को सचिव दर्शाया गया। उन्होंने नागपुर सुधार प्रन्यास (एनआईटी) को इन फर्जी दस्तावेजों के जरिए दावा किया कि समाज मंदिर निर्माण के लिए भूमि चाहता है। उन्होंने मौजा चिखली (देवस्थान) के खसरा नंबर 6, 14/3, 103/2 और 103/4 में स्थित 1463.04 वर्ग मीटर भूमि (लगभग 15 हजार वर्ग फुट) को लीज पर देने की मांग की।
नकली लेटरहेड और फर्जी प्रस्ताव के आधार पर दोनों ने दावा किया कि समाज भवन सांसद या विधायक निधि से बनेगा, लेकिन बाद में कहा कि निधि उपलब्ध नहीं है। इसलिए वे स्वयं के खर्च से मंदिर निर्माण करेंगे। इसके लिए उन्होंने एक पंजीकृत समझौता भी किया, जिसमें बंटी अध्यक्ष और जयेश सचिव के रूप में हस्ताक्षर किए।
फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद एनआईटी के संपत्ति सचिव प्रवीण डेकाटे ने पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने बंटी को न्यायालय में पेश किया और जांच के लिए 5 दिन की कस्टडी मांगी। न्यायालय ने उसे 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया। बंटी साहू लंबे समय से अवैध गतिविधियों में सक्रिय है और पहले भी वह पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए झूठी शिकायतें कर चुका है।