नागपुर न्यूज डेस्क: दर्यापुर की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। घाणीवाला ग्रुप ऑफ़ इंडस्ट्रीज के निदेशक और कांग्रेस से लंबे समय से जुड़े परिवार के सदस्य सलीम सेठ घाणीवाला ने भाजपा का दामन थाम लिया। राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और सांसद डॉ. अनिल बोंडे की मौजूदगी में उन्होंने भव्य तरीके से पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। उनके इस कदम को कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
सलीम घाणीवाला ने कहा कि वे पंडित दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों से प्रेरित हैं। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "सबका साथ, सबका विकास" और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के विकासशील महाराष्ट्र के सपनों को पूरा करने के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं। इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता बालासाहेब वानखड़े, महासचिव गोपाल चंदन और अन्य कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
सलीम दर्यापुर नगर परिषद की पूर्व उपाध्यक्ष जुबेदाबाई घाणीवाला के पुत्र हैं। उनके पिता जिकरभाई घाणीवाला कई सालों तक कांग्रेस के प्रति समर्पित रहे। हालांकि सलीम ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं की सोच से प्रभावित होकर कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया और भाजपा की राह पकड़ी।
सलीम घाणीवाला के शामिल होने से दर्यापुर में कांग्रेस की पकड़ कमजोर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि उनके नेतृत्व में भाजपा इस इलाके में अल्पसंख्यक समुदाय में मजबूत संगठन खड़ा कर सकती है। साथ ही, यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी उन्हें निकट भविष्य में कोई अहम जिम्मेदारी सौंप सकती है।