नागपुर न्यूज डेस्क: राज्य के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शुल्क माफी योजना के कार्यान्वयन की समीक्षा शुरू कर दी है। इसी कड़ी में उन्होंने पुणे के गरवारे कॉलेज का औचक दौरा किया और छात्रों से बातचीत की। सरकार ने व्यावसायिक और चिकित्सा शिक्षा के 842 पाठ्यक्रमों की फीस माफ करने का निर्णय लिया है, जिसके लिए 2000 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है।
मंत्री पाटिल ने छात्रों की समस्याएं सुनीं और कॉलेजों को निर्देश दिया कि वे छात्रों और प्रशासन की संयुक्त समिति बनाकर शुल्क माफी योजना का सही क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे 31 मार्च तक सभी आवश्यक दस्तावेज नोडल अधिकारियों को जमा करा दें, ताकि उन्हें योजना का लाभ मिल सके।
मुंबई के थडोमल शाहनी कॉलेज का दौरा करने के बाद, पाटिल ने पुणे में गरवारे कॉलेज में योजना की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में वे राज्यभर के 100 कॉलेजों का औचक निरीक्षण करेंगे। इसके अलावा, ‘अर्न एंड लर्न’ योजना के तहत पढ़ाई कर रहे छात्रों के भत्ते में बढ़ोतरी की मांग पर उन्होंने सकारात्मक रुख अपनाने का आश्वासन दिया। इस दौरान उच्च शिक्षा निदेशक शैलेन्द्र देवलंकर और सह निदेशक प्रकाश बच्चव भी मौजूद रहे।