नागपुर न्यूज डेस्क: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वंदे मातरम् कार्यक्रम में आधुनिक युद्ध की बदलती दिशा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में नागपुर में निर्मित मिसाइल और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। अब युद्ध में पारंपरिक गोलाबारी और बमबारी की जगह तकनीकी हथियारों का दौर है। गडकरी ने कहा कि जिस देश के पास अत्याधुनिक तकनीक होगी, वही विश्व में नेतृत्व करेगा और भारत को अपनी सुरक्षा और ताकत बढ़ाने की आवश्यकता है।
मंत्री ने कहा कि भविष्य का विकास ज्ञान, विज्ञान, तकनीक, नवाचार और अनुसंधान के क्षेत्रों में ही संभव है। उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीक की प्रगति से ही भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प के अनुसार विश्वगुरु बन सकता है। गडकरी ने यह भी स्पष्ट किया कि तकनीक की शक्ति से ही भारत विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्था बन सकेगा।
गडकरी ने 1947 के विभाजन का जिक्र करते हुए कहा कि यह पूरी तरह अप्राकृतिक था, जिससे भारत और पाकिस्तान बने। उन्होंने कहा कि विविधता ही भारत की ताकत है और सभी राज्यों में खान-पान, भाषा और संस्कृति अलग होने के बावजूद हमें एकता बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत विस्तारवादी नहीं है, बल्कि विश्व कल्याण में विश्वास करता है। सैनिकों की बहादुरी की वजह से ही देश की सीमाएं सुरक्षित हैं।
इसके अलावा, गडकरी ने कृषि और सड़क सुरक्षा में तकनीक की भूमिका पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सैटेलाइट-आधारित वेदर स्टेशनों की मदद से किसानों को फसल रोग की जानकारी आठ दिन पहले मोबाइल पर मिल सकेगी। सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि 18 से 34 वर्ष के युवा अधिक प्रभावित होते हैं और अब कंपनियां स्कूटर के साथ दो हेलमेट प्रदान करेंगी, ताकि चालक और यात्री दोनों सुरक्षित रहें।