नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर में मुस्लिम समुदाय ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और हिंसा के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन हजरत बाबा ताजुद्दीन दरगाह शरीफ ताज बाग से शुरू होकर रैली के रूप में निकाला गया। बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग इसमें शामिल हुए और उन्होंने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं की निंदा की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि रैली का मकसद शांति और सहिष्णुता का संदेश देना है।
रैली में शामिल लोगों ने तिरंगा लहराते हुए बताया कि इस्लाम हमेशा से दया, सहिष्णुता और मानवता के मूल्यों को प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहा कि पैगंबर मोहम्मद साहब ने अपने जीवन में हमेशा अन्य धर्मों के लोगों की सुरक्षा और सम्मान की बात कही है। प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से बांग्लादेश में हिंसा रोकने की अपील की।
इसी बीच, जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में भी हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हो रहे हमलों के विरोध में रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में हिंदू, सिख और जैन समुदाय के लोग शामिल हुए, साथ ही विधायक सुरजीत सिंह सलाथिया ने भी अपनी भागीदारी दी। प्रदर्शनकारियों ने तिरंगा और विरोध के तख्तियों के साथ केंद्र सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ रहे हमले गंभीर चिंता का विषय हैं। प्रदर्शनकारी सूरज सिंह ने कहा कि भारत सरकार को तुरंत कदम उठाने चाहिए और बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। वहीं, बंसी लाल ने कहा कि मानवाधिकार संगठनों को बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए आगे आना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठाना चाहिए।