मुंबई, 7 फ़रवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारत की अग्रणी आईटी सेवा कंपनियों में से एक इंफोसिस अपने कर्मचारियों को मार्च के अंत तक वार्षिक वेतन वृद्धि पत्र जारी करने वाली है। मामले से परिचित लोगों ने इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि कंपनी वर्तमान में प्रदर्शन समीक्षा और अपनी डिलीवरी इकाइयों की सिफारिशों के आधार पर मुआवजे में संशोधन को अंतिम रूप देने पर काम कर रही है।
इंफोसिस के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी शाजी मैथ्यू ने हाल ही में बेंगलुरु परिसर में एक टाउन हॉल मीटिंग के दौरान कर्मचारियों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि जॉब लेवल 5 (जेएल5) और उससे नीचे के कर्मचारियों को 1 जनवरी से वेतन वृद्धि मिलेगी। जॉब लेवल 6 (जेएल6) और उससे ऊपर के कर्मचारियों को 1 अप्रैल से संशोधित वेतन मिलेगा।
मैथ्यू ने यह भी संकेत दिया कि कर्मचारियों को प्रदर्शन रेटिंग पहले ही बता दी गई है और ये मूल्यांकन व्यक्तिगत वेतन वृद्धि के प्रतिशत को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। हालांकि, उन्होंने समग्र मूल्यांकन चक्र अवधि के बारे में विवरण नहीं बताया।
पिछले साल, इंफोसिस ने अप्रैल में शुरू होने वाली बढ़ोतरी के लिए जून में मुआवजा पत्र जारी नहीं किया था, जो पिछले वर्षों में भी चलता रहा है। कंपनी का आखिरी वेतन संशोधन नवंबर 2023 में हुआ था, जिसके बाद नकदी बचाने के लिए वित्त वर्ष 22 के दौरान वेतन स्थिर रखा गया था। मूल्यांकन चक्र अक्टूबर 2023 में फिर से शुरू हुआ, और उस चक्र के लिए दिसंबर में वेतन संशोधन पत्र जारी किए गए।
यह नई घोषणा पिछले महीने कंपनी की आय कॉल के दौरान इंफोसिस के सीएफओ जयेश संघराजका द्वारा की गई पिछली टिप्पणियों के अनुरूप है। संघराजका ने उल्लेख किया था कि भारत में कर्मचारी 6-8 प्रतिशत की वेतन वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं, जबकि विदेशों में रहने वालों को पहले के रुझानों के अनुरूप अधिक मामूली बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि बेहतर प्रदर्शन करने वालों को बड़ी वेतन वृद्धि की उम्मीद हो सकती है।
कंपनी दो चरणों में वेतन वृद्धि को लागू करने की संभावना है - एक 1 जनवरी से और दूसरा 1 अप्रैल से। JL6 श्रेणी और उससे ऊपर के वरिष्ठ स्तर के कर्मचारियों को इंफोसिस के राजस्व प्रदर्शन से जुड़ी उनकी वेतन वृद्धि देखने को मिलेगी।