नागपुर न्यूज डेस्क: भारतीय जनता पार्टी के शहर अध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया अब गति पकड़ चुकी है। 1 मई को पार्टी के पर्यवेक्षक हंसराज अहीर ने पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उनकी राय जानी। इस बैठक में कुल 52 पदाधिकारियों में से 42 मौजूद रहे। चर्चा में बंटी कुकड़े, विधायक प्रवीण दटके और पूर्व मनपा पदाधिकारी बाल्या बोरकर के नाम सबसे आगे बताए जा रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि 8 मई तक नए शहर अध्यक्ष के नाम का एलान कर दिया जाएगा।
पार्टी नेतृत्व ने इस बार अध्यक्ष पद के लिए कुछ अहम शर्तें तय की हैं—वर्तमान या पूर्व विधायक इस पद के योग्य नहीं होंगे, उम्मीदवार की उम्र 40 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए, और प्रस्तावित तीन नामों में कम से कम एक महिला का नाम जरूर होना चाहिए। इन शर्तों के आधार पर प्रगति पाटिल और अश्विनी जिचकार के नाम भी चर्चा में हैं। मनपा चुनाव को देखते हुए पार्टी एक ऐसे नेता की तलाश में है जो संगठन को मजबूत कर चुनाव में जीत दिला सके।
वहीं, नागपुर जिला भाजपा की ओर से जातिवार जनगणना के समर्थन में भी बयान सामने आया है। पूर्व विधायक और भाजपा जिला अध्यक्ष सुधाकर कोहले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कांग्रेस के समय केवल एससी-एसटी की गिनती होती थी, जबकि ओबीसी की अनदेखी होती रही। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जातिवार जनगणना का कभी विरोध नहीं किया, बल्कि बिहार में भी इसका समर्थन किया और 2017 में रोहिणी आयोग को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई थी। अब प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देने के लिए जिले के 32 मंडलों में कार्यक्रम किए जाएंगे।
अंत में, पर्यवेक्षक हंसराज अहीर ने सभी पदाधिकारियों से तीन-तीन नाम प्राथमिकता के अनुसार मांगे। बंटी कुकड़े और प्रवीण दटके के नाम सबसे अधिक सुझाए गए, लेकिन कुछ वरिष्ठ नेताओं ने खुद को भी इस दौड़ में शामिल करने की विनती की। उनका कहना था कि वे वर्षों से पार्टी के लिए समर्पित भाव से काम कर रहे हैं, इसलिए अगर प्रमुख दावेदारों को मौका न मिले तो उन्हें यह जिम्मेदारी दी जाए।