नागपुर न्यूज डेस्क: जैसे ही विधानसभा चुनाव का बिगुल बजा है, नेताओं में टिकट के लिए अपनी जगह बनाना शुरू हो गया है। पिछले कुछ दिनों से नेताओं के दल बदलने की प्रक्रिया चल रही है। इसी क्रम में नागपुर जिले से एक महत्वपूर्ण खबर आई है, जिसमें कहा जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी का एक प्रमुख नेता जल्द ही पार्टी को छोड़कर भाजपा का दामन थाम सकता है। इसके अलावा, भाजपा इस नेता को पश्चिम नागपुर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार भी बना सकती है। इस चर्चित नेता का नाम नागपुर कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेंद्र मूलक है।
पिछले दो दिनों से जिले में राजेंद्र मूलक को लेकर अटकलों का दौर चल रहा है। खबरों के मुताबिक, मूलक जल्दी ही भाजपा में शामिल होने का मन बना सकते हैं। इसके साथ ही, पार्टी उन्हें आगामी चुनाव में पश्चिम नागपुर से अपना उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक, राजेंद्र मूलक 2019 से रामटेक विधानसभा सीट से चुनाव में उतरने के लिए प्रयासरत हैं और पिछले पांच वर्षों से वे विधानसभा में सक्रिय हैं। पार्टी के शीर्ष नेताओं ने पहले उन्हें इसी सीट से टिकट देने का आश्वासन दिया था। लेकिन अब चर्चा यह है कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें रामटेक की बजाय कामठी से चुनाव लड़ने का निर्देश दिया है, और रामटेक सीट पर किसी अन्य उम्मीदवार को मौका देने की बात की जा रही है। चुनाव के नजदीक इस तरह के निर्देश से मूलक नाराज हो गए हैं, और खबर है कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व से कामठी से चुनाव न लड़ने की इच्छा व्यक्त की है।
राजेंद्र मूलक ने 2014 में भी कामठी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उस चुनाव में वर्तमान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बवानकुले ने उन्हें पराजित किया था। 2019 में, भाजपा ने मूलक का टिकट काटकर टेकचंद सावरकर को उम्मीदवार बनाया। अब 2024 में, भाजपा ने एक बार फिर बवानकुले को कामठी विधानसभा से अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
राजेंद्र मूलक का भाजपा में शामिल होना भगवा पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। मूलक जिले के प्रमुख नेताओं में गिने जाते हैं और वह उमरेड विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। वहां उनके परिवार का मजबूत जनाधार है, साथ ही नागपुर शहर में भी उनका प्रभाव काफी है। यदि भाजपा उन्हें पश्चिम नागपुर से उम्मीदवार बनाती है, तो इसकी जीत की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। इसके अलावा, इससे कई ग्रामीण सीटों पर भी पार्टी को लाभ मिल सकता है। हालांकि, इस समय यह केवल अटकलें हैं। यह देखना होगा कि मूलक वास्तव में भाजपा में शामिल होते हैं या कांग्रेस में बने रहते हैं।