नागपुर न्यूज डेस्क: गोंदिया जिले की फुलचूर ग्राम पंचायत को आखिरकार नगर पंचायत का दर्जा मिलने जा रहा है। इसे लेकर सरकार की ओर से आधिकारिक परिपत्र जारी कर दिया गया है। इस फैसले के लिए फुलचूर के निवासियों ने लंबे समय तक संघर्ष किया था। कई सालों से गांव को नगर पंचायत बनाने की मांग की जा रही थी, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते यह प्रक्रिया अटकी रही।
साल 2002 में सरकार ने एक परिपत्र जारी कर तहसील मुख्यालय में स्थित ग्राम पंचायतों को नगर पंचायत में बदलने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए थे। फुलचूर ग्राम पंचायत, जो गोंदिया शहर से सटी हुई है और जहां जिला कलेक्टर कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय और जिला परिषद मौजूद हैं, इस श्रेणी में आने के बावजूद अब तक नगर पंचायत का दर्जा नहीं पा सकी थी। अधिकारियों की उदासीनता के कारण यह मामला वर्षों तक टलता रहा।
गांव के विकास को देखते हुए फुलचूर और फुलचूर टोला के निवासियों ने संघर्ष समिति बनाई और सरकार पर दबाव बनाया। समिति ने विरोध प्रदर्शन भी किए, जिसके बाद प्रशासन ने इस पर ध्यान दिया। अब लंबे इंतजार के बाद फुलचूर ग्राम पंचायत को नगर पंचायत घोषित कर दिया गया है। इस फैसले से गांव के लोगों में खुशी की लहर है। संघर्ष समिति और ग्राम पंचायत के सरपंच ने इसकी पुष्टि की है।