नागपुर न्यूज डेस्क: प्रिया बागड़े की हत्या का मामला सुलझाने में पुलिस को सफलता मिली है। 16 अगस्त से लापता युवती की हत्या के आरोप में पुलिस ने महेश वड़स्कर को गिरफ्तार किया है और उसके कब्जे से शव भी बरामद कर लिया है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे 5 दिन की पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस को शक है कि इस मामले में और भी आरोपी शामिल हो सकते हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
प्रिया बागड़े एक इवेंट मैनेजर थीं और अपने परिवार से अलग रहती थीं। उन्होंने फेसबुक पर महेश वड़स्कर से दोस्ती की थी, जो रामटेक में एक होटल चलाता है। दोस्ती धीरे-धीरे प्रेम संबंधों में बदल गई। जब प्रिया गर्भवती हुईं, तो महेश ने उन्हें गर्भपात करवाने और बाद में शादी करने का वादा किया। लेकिन गर्भपात के बाद, महेश ने शादी के वादे से मुकर गया और प्रिया ने उन पर दबाव डालना शुरू कर दिया। प्रिया महेश से अपने खर्चों के लिए पैसे भी लेती थीं।
पुलिस के अनुसार, 16 अगस्त को प्रिया अपने दोपहिया वाहन से रामटेक गई, जहां महेश के साथ उनका विवाद हुआ। महेश ने प्रिया को विष देकर मार डाला और अपने होटल से 3 किलोमीटर दूर एक निर्जन स्थान पर गड्ढा खोदकर शव दफना दिया। पुलिस ने मंगलवार रात महेश को गिरफ्तार किया और बुधवार सुबह उसे रामटेक ले जाकर शव बरामद किया।
पुलिस को शक है कि प्रिया की हत्या में महेश के अलावा और भी लोग शामिल हो सकते हैं। महेश अकेले प्रिया का शव होटल से दूर ले जाने और जमीन में इतना बड़ा गड्ढा खोदकर दफनाने की बात संभव नहीं लगती। इसलिए, पुलिस ने महेश को न्यायालय में पेश कर 5 दिन की पुलिस हिरासत में लिया है, ताकि और भी आरोपियों की गिरफ्तारी की जा सके। जल्द ही महेश के साथियों की गिरफ्तारी हो सकती है।
प्रिया हत्याकांड की जांच में एक नया मोड़ आया है, जिसने पुलिस को भी हैरान कर दिया है। जांच में पता चला है कि प्रिया महेश के अलावा अन्य लोगों के संपर्क में भी थी, जिनमें यूके में रहने वाले 70 वर्षीय जॉन ग्लक भी शामिल हैं। प्रिया ने जॉन के साथ वर्चुअल विवाह किया था और उसने अपनी फेसबुक प्रोफाइल में अपना नाम प्रिया बागड़े से बदलकर प्रिया ग्लक कर लिया था। यह खुलासा जांच को एक नए दिशा में ले जा सकता है।
पुलिस के मुताबिक, प्रिया 2023 में फेसबुक के जरिए जॉन के संपर्क में आई थी। इसके बाद दोनों के बीच लगातार चैटिंग होती थी। ऑनलाइन दोनों ने शादी कर ली और वीडियो कॉल के जरिए एक दूसरे से जुड़े रहते थे। जॉन प्रिया को हर महीने लगभग 20,000 रुपए भेजता था। जॉन सेवानिवृत्त हैं और यूके में अकेले रहते हैं। अब पुलिस जॉन का पता खोज रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या जॉन का प्रिया की हत्या में कोई हाथ है।